العالمية

पाकिस्तानी सेना के खिलाफ बोलने की सजा, महिला वकील को 4 दिनों तक किया प्रताड़ित

पाकिस्तान

पाकिस्तान (Pakistan) में सरकार और सेना के खिलाफ बोलने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ती है. एक महिला वकील को भी सेना (Pakistani Army) की आलोचना के चलते प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान. (फाइल फोटो)

इस्लामबाद: पाकिस्तान (Pakistan) में सरकार और सेना के खिलाफ बोलने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ती है. एक महिला वकील को भी सेना (Pakistani Army) की आलोचना के चलते प्रताड़ित करने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि महिला को अगवा करके करीब चार दिन प्रताड़ित किया गया और बाद में उसे बेहोशी की हालत में फेंक दिया गया.

मानवाधिकार कार्यकर्ता आरिफ अजाकिया (Arif Aajakia) ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर घटना की जानकारी दी है. साथ ही उन्होंने वकील का सेना की आलोचना वाला वीडियो भी पोस्ट किया है. वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग महिला से सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन वह जवाब देने की स्थिति में नहीं है. महिला वकील के मुताबिक, वह दिपालपुर की रहने वाली है और उसे 15 अगस्त की सुबहचार लोगों ने किडनैप किया था. इसके बाद टॉर्चर कर खेत में फेंक दिया. हालांकि, इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.  

This is the sad reality of the very oppressive military regime of Pakistan.


This is advocate Ishrat Nasteen. She made a speech against Army, in lawyers convention (see thread).


She got abducted & kept her for 4 days. Look what is her condition. See thread for her speech 1/2 pic.twitter.com/LuXo16AOYX

— Arif Aajakia (@arifaajakia) August 30, 2020

दमनकारी सैन्य शासन


अजाकिया ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘यह पाकिस्तान के दमनकारी सैन्य शासन की दुखद वास्तविकता है. अधिवक्ता इशरत नस्तीन (Ishrat Nasteen) ने वकीलों के अधिवेशन में सेना की आलोचना की थी. जिसके बाद उनका अपहरण किया गया और 4 दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया. आप देख सकते हैं उनकी क्या हालत कर दी गई है’.  

पहले भी कई मामले


अजकिया द्वारा पोस्ट किये गए इशरत नस्तीन के पुराने वीडियो में वह शायराना अंदाज में सेना के खिलाफ बल रही हैं. माना जा रहा है कि इसी वीडियो के चलते उन्हें अगवा करके प्रताड़ित किया गया. हालांकि, सेना द्वारा इस बारे में अभी तब कुछ नहीं कहा गया है. गौरतलब है कि पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं जब सेना या सरकार के खिलाफ बोलने वालों को पाकिस्तान में तरह-तरह की प्रताड़ना का सामना करना पड़ा है. 

LIVE TV

مقالات ذات صلة

إغلاق